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लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 68.29% मतदान, कुछ जगह हिंसक घटनाओं की ख़़बर

 20 Apr 2024

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए को  21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 102 सीटों के लिए वोटिंग हुई। पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें तमिलनाडु की सभी 39 सीटें, राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश की आठ, मध्य प्रदेश की छह, उत्तराखंड की सभी पांच, महाराष्ट्र की पांच, असम और बिहार की चार-चार, पश्चिम बंगाल की तीन, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश की दो-दो, छत्तीसगढ़, मिजोरम और त्रिपुरा की एक-एक सीट शामिल है। 102 सीटों पर करीब 68.29% मतदान दर्ज किया गया है। जिन 102 सीटों पर मतदान हुआ वहां 2019 में 69.96% वोटिंग हुई थी।


राज्यवार मतदान के आंकड़े  


उत्तर प्रदेश - पहले चरण में उत्तर प्रदेश की आठ सीटों में पर मतदान हुआ। सहारनपुर सीट पर सबसे ज्यादा 65.95% और रामपुर सीट पर सबसे कम 54.77% वोटिंग हुई है। 2019 में इन सीटों में से सहारनपुर में सबसे ज्यादा 70.87% और में सबसे कम रामपुर लोकसभा सीट पर 63.19% वोटिंग हुई थी। पिछले चुनाव में इन आठ सीटों में तीन पर भाजपा और बसपा और दो पर सपा को जीत मिली थी।  कुल मिलाकर उत्तरप्रदेश में 2019 के मुकाबले मतदान फीका रहा।


उत्तराखंड- पहले चरण में उत्तराखंड की सभी पांच सीटों पर मतदान हुआ। हरिद्वार सीट पर सबसे ज्यादा 62.36% और अल्मोड़ा सीट पर सबसे कम 46.94% वोटिंग हुई है। 2019 में इन सीटों में से हरिद्वार में सबसे ज्यादा 69.18% और अल्मोड़ा में सबसे कम अल्मोड़ा 52.31% वोटिंग हुई थी। पिछले चुनाव में सभी पांच सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। म


मध्य प्रदेश- पहले चरण में जिन 102 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें मध्य प्रदेश की छह सीटें शामिल हैं। शाम पांच बजे तक छिंदवाड़ा सीट पर सबसे ज्यादा 79.18% और सीधी सीट पर सबसे कम 55.19% वोटिंग हुई है। 2019 में इन सीटों में से छिंदवाड़ा में सबसे ज्यादा 82.42% और जबलपुर में सबसे कम 69.46% वोटिंग हुई थी। पिछले चुनाव में इनमें से पांच सीटें भाजपा और एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी।


राजस्थान- पहले चरण में जिन 102 सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें राजस्थान की 12 सीटें शामिल हैं। गंगानगर सीट पर सबसे ज्यादा 65.64% और करौली-धौलपुर सीट पर सबसे कम 49.29% वोटिंग हुई है। 2019 में इन सीटों में से गंगानगर में सबसे ज्यादा 74.77% और करौली-धौलपुर में सबसे कम 55.18% वोटिंग हुई थी। पिछले चुनाव में इन 12 सीटों में से 11 सीटों पर भाजपा और एक सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी जीती थी। 2019 में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनिवाल भाजपा के समर्थन से मैदान में उतरे और जीते थे। इस बार बेनिवाल को कांग्रेस का समर्थन है। 


बिहार- पहले चरण में जिन 102 सीटों पर वोटिंग हुई, उनमें बिहार की चार सीटें शामिल हैं। औरंगाबाद सीट पर सबसे ज्यादा 51.56% और नबादा सीट पर सबसे कम 43.79% वोटिंग हुई है। 2019 में इन सीटों में से गया में सबसे ज्यादा 56.18% और नबादा में सबसे कम 49.73% वोटिंग हुई थी। पिछले चुनाव में इनमें से दो सीट पर लोजपा और एक-एक सीट पर भाजपा और जदयू ने जीत दर्ज की थी। 


इसके अलावा तमिलनाडु की सभी 39 सीटें, महाराष्ट्र की पांच, असम की चार, पश्चिम बंगाल की तीन, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश की दो-दो, छत्तीसगढ़, मिजोरम और त्रिपुरा की एक-एक सीट शामिल है।


पहले मतदान के दौरान हुई कुछ बड़ी घटनायें

पहले  चरण के मतदान के दौरान कई जगह पोलिंग बूथों पर कुछ हिंसक घटनायें भी देखने को मिलीं। मतदान अधिकारियों के अनुसार, मणिपुर में कुल 5 पोलिंग बूथों पर चुनाव को रोक दिया गया है, क्योंकि वहां के लोगों ने वोटिंग में अनियमितता बरते जाने का आरोप लगाया है। मणिपुर के इन पाँच पोलिंग बूथों में से 2 बूथ पूर्वी इंफाल और 3 बूथ पश्चिमी इंफाल में हैं। इसके अलावा जातीय हिंसा का दंश झेल रहे मणिपुर में थमनपोकपी के पोलिंग बूथ पर फायरिंग भी हुई। पोलिंग बूथ में तोड़फोड़ की भी घटना सामने आयी है। इस घटना में कुल 3 लोगों के घायल होने की ख़बर है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रद्योत देबबर्मा को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर नोटिस भेजा है। प्रद्योत देबबर्मा त्रिपुरा की स्थानीय पार्टी, टिपरा मोथा पार्टी के प्रमुख़ हैं।

पश्चिम बंगाल के कूचबिहार निर्वाचन क्षेत्र के कई हिस्सों में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच छिटपुट हिंसक घटनायें देखने को मिली हैं। इसके अलावा बंगाल के अन्य दो निर्वाचन क्षेत्रों में भी दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़पें देखने को मिली हैं। हिंसक झड़पों और मतदाताओं को धमकानें सहित टीएमसी ने भाजपा के ख़िलाफ 80 और भाजपा ने टीएमसी के ख़िलाफ 39 शिकायतें दर्ज़ करवायी हैं। बंगाल में आज तीन लोकसभा सीटों कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी में मतदान हुआ।


छत्तीसगढ़ के बीजापुर पुलिस के अनुसार, बीजापुर में एक आईडी ब्लास्ट की घटना सामने आयी है, जिसमें चुनाव में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल यानी सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया है।

असम की पाँच लोकसभा सीटों पर 150 से अधिक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को ख़राबी के कारण बदला गया। जबकि अलग-अलग जगहों पर ईवीएम और मतदान की पर्चियों वाली वीवीपैट मशीनों के 400 से ज़्यादा उपकरणों को बदला गया। इनमें से अधिकतर मशीनों को मॉक पोलिंग के दौरान ही बदला जा चुका था, मॉक पोलिंग को वास्तविक चुनाव के समय से पहले किया जाता है।

राजस्थान के चूरू लोकसभा सीट से एक बड़ी घटना देखने को मिली। चूरू के रामपुर गाँव में कांग्रेस के बूथ एजेंट विजेंद्र जाखड़ पर फर्ज़ी मतदान को रोकने के दौरान जानलेवा हमला किया गया।